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ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

बिजली विभाग का कारनामा........दो किलोवाट कनेक्शन के लिए17.24 लाख का एस्टीमेट

पीड़ित महिला की शिकायत पर ऊर्जा मंत्री ने जेई को किया निलंबित

लखनऊ। बिजली विभाग में उपभोक्ताओं का उत्पीड़न कम होने का नाम नहीं रहा है। दो किलोवाट कनेक्शन का 17.24 लाख एस्टीमेट बनाने वाले अवर अभियंता जितेंद्र मिश्रा की शिकायत पीड़ित महिला गीता सिंह ने ऊर्जा मंत्री एके शर्मा से की थी और आइजीआरएस पर भी शिकायत की थी। 31 मई को शिकायत करने के बाद बिजली कनेक्शन का एस्टीमेंट संशोधित करते हुए 2.24 लाख का बना दिया गया था और बिजली कनेक्शन भी हो गया था, लेकिन जांच पूरी नहीं हो सकी थी।

इसी क्रम में अवर अभियंता को निलंबित किया गया है और पूछा गया है कि आखिर यह गलत एस्टीमेट कैसे बनाया गया? एस्टीमेट में अधिशासी अभियंता और संबंधित एसडीओ के भी हस्ताक्षर है। ऐसे में माना जा रहा है किगलती सिर्फ जेई की नहीं थी। इस पूरे काम में एसडीओ और अधिशासी अभियंता ने भी एस्टीमेट को फाइनल करने के बाद हस्ताक्षर किए थे। शिकायतकर्ता गीता सिंह दुबग्गा बिजली घर से पोषित भमरौली के शाहपुर में मकान बनवाया है।

यहां दो किलोवाट कनेक्शन के लिए अप्रैल 2022 में आवेदन किया था। इसके बाद कई दिनों तक टालमटोल चला, फिर लंबा चौड़ा एस्टीमेट बनाकर दे दिया गया। जांच में मंत्री की नाराजगी के बाद अधीक्षण अभियंता ने अवर अभियंता को निलंबित कर दिया। वहीं अधिशासी अभियंता सुनील कुमार ने बताया कि प्रारंभिक दोषी पाए जान पर जेई पर निलंबन की कार्रवाई की गई है। बाक्स खदरा में रहेगा बिजली संकट अहिबरनपुर बिजली घर से पोषित 400 केवीए का ट्रांसफार्मर बंद रहेगा। क्योंकि पानी की पाइप लाइन जो ट्रांसफार्मर की प्लिंथ से गुजरती है, उसके नीचे मरम्मत का काम किया जाएगा। इसके कारण मक्का गंज, अवध स्कूल, मदेहगंज, पानी की टंकी, खदर में 28 सितंबर की सुबह साढ़े नौ बजे से दोपहर तीन बजे तक बिजली संकट रहेगा।