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ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

Gorakhpur: शादीशुदा दरोगा शादी का झांसा देकर पांच साल तक युवती का करता रहा शोषण, कई बार कराया गर्भपात

 पी‌ड़िता की शिकायत पर आरोपी की तलाश में जुटी पुलिस

गोरखपुर। एक युवती से रेप के मामले में आरोपी दरोगा के खिलाफ शनिवार को केस दर्ज कर लिया गया। पीड़िता 5 महीने से दरोगा के खिलाफ शिकायत लेकर थाने के चक्कर लगा रही थी। ये कार्रवाई SSP डॉ. गौरव ग्रोवर के निर्देश पर की गई है। पीड़िता ने चौरीचौरा थाने पर तैनात रहे दरोगा विनय कुमार पर प्रेमजाल में फंसाकर रेप करने का आरोप लगाया है। उसने बताया कि दरोगा विनय कुमार ने 2017 में कप्तानगंज थाने में तैनाती के दौरान खुद को अविवाहित बताते हुए उसे प्रेम जाल में फंसाया था। इसके बाद पिछले 5 सालों तक उसका शारीरिक शोषण करता रहा। युवती के मुताबिक उसने दरोगा पर शादी का दबाव बनाया तो वह टालमटोल करता रहा। उसकी तसल्ली के लिए उसने कप्तानगंज के एक मन्दिर में शादी भी कर ली। बाद में सामाजिक रूप से शादी करने का वादा भी किया। इसी दौरान युवती को पता चला कि दरोगा पहले से शादीशुदा है। उसके दो बच्चे भी हैं। इस बात को लेकर दोनो में काफी विवाद होने लगा। युवती के अनुसार इस दौरान वह दो बार दो बार प्रेग्नेंट हुई भी हुई। लेकिन दरोगा ने दवा खिलाकर उसका गर्भपात करा दिया। दरोगा जहां भी तैनात रहा, वहां पर वह उसे बतौर पत्नी साथ रखता था। वह लोगों से उसे अपनी पत्नी ही बताता रहा। चौरीचौरा थाने में तैनाती के दौरान दरोगा और युवती के बीच विवाद हुआ था। उसके बाद युवती ने जहर खाकर ट्रेन से कटकर खुदकुशी की भी कोशिश की। लेकिन दरोगा ने इलाज कराकर और स्थानीय लोगों की मदद से उसे बचा लिया था। इसके बाद दोनों अलग हो गए। युवती दरोगा के खिलाफ शिकायत लेकर करीब पांच महीने पहले चौरीचौरा थाना पहुंची। लेकिन पुलिस ने उसकी शिकायत नहीं दर्ज की। बाद में मामले तूल पकड़ा तो तत्कालीन SSP डॉ विपिन ताडा ने दरोगा विनय कुमार को सस्पेंड कर दिया। पीड़िता शनिवार को एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर के दफ्तर पहुंची थी। उनसे आरोपी दरोगा के खिलाफ शिकायत की। इसके बाद से युवती उसके खिलाफ केस दर्ज कराने के लिए बीते पांच महीने से अधिकारियों के चक्कर काटती रही। वह ADG अखिल कुमार से मिली, लेकिन किसी ने उसकी कोई मदद नहीं की। बीते शुक्रवार को युवती ने SSP डॉ. गौरव ग्रोवर से मुलाकात की। जिस पर एसएसपी ने दरोगा विनय कुमार के खिलाफ केस दर्ज करने का आदेश दे दिया। जिसके बाद से पुलिस केस दर्ज कर अब आरोपी दरोगा की तलाश कर रही है।