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ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

हरदोई: ट्रैक्टर-ट्राली नदी में गिरने से लापता छह किसानों के शव मिले, रात भर चला सर्च अभियान

शनिवार शाम को किसानों से भरी ट्रैक्टर-ट्राली अनियंत्रित होकर गिरी थी नदी में

ट्रैक्टर-ट्राली में 20 लोग थे सवार

हरदोई। पाली क्षेत्र में शनिवार को गर्रा नदी में पुल से ट्रैक्टर ट्राली गिरने से हुए हादसे में पूरी रात शवों की तलाश होती रही। रात में चालक का शव मिलने के बाद रविवार की सुबह पांच और शव बरामद कर लिए गए। हादसे के बाद से गांव में शोक छाया हुआ है और गर्रा नदी के पुल पर ही काफी संख्या में लोग मौजूद हैं। डीएम, एसपी समेत आला अधिकारी भी मौके पर ही डटे रहे।

पाली थाना क्षेत्र के ग्राम बेगराजपुर के लालाराम, देवेंद्र, अजयपाल, रहीश, पिंटू, सुनील, गौरा समेत करीब 20 किसान शनिवार सुबह निजामपुर पुलिया पर खीरे बेचने के लिए गए थे। दोपहर में खीरा बेचने के बाद सभी किसान ट्रैक्टर-ट्राली पर सवार होकर घर जा रहे थे। गर्रा पुल पर ट्रैक्टर का पहिया निकल गया, जिस कारण ट्रैक्टर-ट्राली अनियंत्रित होकर नदी में जा गिरी, जिसके बाद चीख पुकार मच गई। देखते ही देखते आसपास के लोग और बेगराजपुर के ग्रामीण मौके पर पहुंच गए थे। लालाराम, देवेंद्र, अजयपाल, रामरहीश, पिंटू, सुनील, गौरा, रामसिंह, पारस, रामधुनी, रमेश, रामरहीस द्वितीय, रघुनाथ नदी से बाहर निकल आए थे। आला अधिकारियों की मौजूदगी में चले बचाव अभियान में शनिवार की रात चालक मुकेश का शव बरामद कर लिया गया था। रविवार की सुबह नन्हें पुत्र रामकिशन, मुकेश पुत्र रामभरोसे, रिंकू पुत्र राधेश्याम और रिंकू पुत्र श्रीधर, अमित पुत्र अजयपाल एयर नरेंद्र उर्फ़ मझिले पुत्र वेदराम का शव मिल गया। वहीं हादसे के बाद से पाली क्षेत्र में शोक सा छाया है। बता दें कि इस बड़े हादसे की सूचना मिलते ही डीएम अविनाश कुमार, एसपी राजेश द्विवेदी, एडीएम वंदना त्रिवेदी, एएसपी पूर्वी दुर्गेश सिंह और सीओ शाहाबाद मौके पर पहुंचे थे। डीएम के निर्देश के बाद क्रेन को ट्रैक्टर-ट्राली निकालने के लिए बुलाया गया था। इसके बाद शनिवार रातभर नाव और गोताखोरों की मदद से किसानों की तलाश की गई।