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ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

Azamgarh: श्री शिवमहापुराण कथा संपन्न, भंडारे में भक्तों ने चखा प्रसाद

लगे हर-हर महादेव के जयकारे

आजमगढ़। सिधारी स्थित श्री गौरी शंकर मंदिर में बीते 14 जुलाई से चल रहे श्री शिवमहापुराण कथा का समापन हो गया। इस अवसर पर भक्तों ने मंदिर में दर्शन-पूजन किया। इसके बाद आयोजित भंडारे में प्रसाद ग्रहण किया। भक्तों द्वारा लगाए जा रहे जयकारों से  पूरा मंदिर गूंजता रहा।  पिछले लगभग एक माह से चल रहे महाशिवपुराण कथा का समापन हवन, यज्ञ व भंडारे के साथ हुआ। प्रातः काल से कीर्तन भजनों के बीच पूरा क्षेत्र भक्ति रस में सराबोर रहा। मंदिर परिसर में चल रहे कथा में पंडित अजय भारद्वाज “पेनुलि” “बद्रीनाथ वाले” ने  शिव महापुराण के महात्म्य को समझाया।  कहा कि इस चराचर जगत के कण-कण में भगवान शिव विद्यमान हैं, इसलिए भगवान शंकर को सदा शिव के नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने कहा कि जो मनुष्य आयोजित धार्मिक अनुष्ठानों में निस्वार्थ भाव से अपने श्रद्धा सुमन अर्पित करते हैं, वह निस्संदेह शिव लोक को प्राप्त होते हैं। कहा कि धार्मिक अनुष्ठानों के आयोजन से विश्व का कल्याण एवं क्षेत्र में खुशहाली बनी रहती है। इस अवसर पर श्रीमति कुसुम लता सिंह, बॉबी सिंह रेड़ा, श्रीमती प्रकृति सिंह, शुश्री पुन्नु सिंह रेड़ा, ने अपने पुजनीय प्रेरणास्त्रोत बाबू पुच्चा सिंह रेड़ा की स्मृति में भजन किया। इस अवसर पर  नायक यादव, विश्वजीत सिंह “अध्यक्ष”, जितेंद्र लाल अस्थाना ”मंत्री”,  ठाकुर हर्षवर्धन सिंह, रिशु सिंह राजपूत, भूमि सिंह, नीतू सिंह, श्रीमति स्नेह लता सिंह”रानी भर्तिपूर”, संत विजय, जितेंद्र भारद्वाज, नरसिंह यादव, कँवलधारी यादव आदि मौजूद थे।