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ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

Azamgarh: पूछताछ के बाद एटीएस ने उठाए युवकों को छोड़ा

 

आजमगढ़।  मुबारकपुर कस्बे से सटे अमिलो का महमूदपुरा गुरुवार को एक बार फिर एटीएस को लेकर चर्चा में आ गया। एक पखवाड़े पहले गिरफ्तार संदिग्ध आतंकी सबाउद्दीन से पूछताछ के बाद कुछ अन्य साक्ष्य की तलाश में आई एटीएस ने तीन लोगों को उठाया। तीनों से थाने में चार घंटे पूछताछ के बाद उनके परिवार वालों को सौंप दिया। 

सबाउद्दीन का पेन ड्राइव और उसके द्वारा एक युवक को दिए गए तलवार की तलाश में एटीएस आई थी। उठाए गए एक युवक ने बताया कि सबाउद्दीन की गिरफ्तारी के बाद डर वश पेन ड्राइव व तलवार को उसने पोखरे में फेंक दिया गया है। पुलिस उस युवक को पोखरे के पास भी ले गई, लेकिन कुछ भी कुछ भी जानकारी नहीं मिल पाई। टीम सबसे पहले आरोपित सबाउद्दीन के घर पहुंची और स्वजन से पूछताछ करने के बाद अमिलो बाजार निवासी एक युवक को उसके घर से उठा लिया। उसके बाद पूर्व में पूछताछ कर छोड़े गए युवक के घर पहुंची। वहां से पूछताछ करने के बाद दूसरे युवक के घर पहुंचकर पूछताछ करने के बाद पोखरे का नक्शा बनाया। चर्चा के अनुसार एटीएस जिन सुबूतों की तलाश में आई थी, उसे हासिल करने के लिए ही तीन लोगों को उठाकर मुबारकपुर थाने ले गई थी। एटीएस ने सुधरने की चेतावनी देते हुए तीनों को रिहा करने का आदेश दिया। एटीएस के एक अधिकारी ने कड़े शब्दों में कहा कि मैं नहीं चाहता कि मुबारकपुर दूसरा संजरपुर बने इसलिए अभी समय है, सुधर जाओ। कोई साक्ष्य मिले तो थाने को सुपुर्द कर दो, क्योंकि किसी के कहने पर सुबूत को नष्ट करना भी अपराध है।