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ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

Azamgarh: इथियोपिया में बंधकों के परिजन डीएम से मिले, न्याय की गुहार


परिजन बोले सकुशल रिहाई कराए सरकार

आजमगढ़। इथियोपिया में फंसे अपने परिजनों को वापस वतन लाने को लेकर परिजनों ने जिले के डीएम विशाल भारद्वाज से गुहार लगाई है। आजमगढ़ जिले के तीन लोग अफ्रीकी महाद्वीप के देश इथियोपिया में नौकरी करने गए थे। जहां कंपनी ने इन लोगों द्वारा पैसा मांगने पर बंधक बना लिया है। सभी लोगों को एक कमरे में बंद कर दिया गया है। इसके साथ ही इनका पासपोर्ट छीन लिया गया। बंधक बने 4 लोगों में तीन आजमगढ़ में वेलकुंडा के संजय कुमार मिश्र, चंदाभारी के राज बहादुर चौबे, जूड़ा रामपुर के संदीप सिंह और बलिया के जनऊपुर के धर्मेंद्र यादव हैं।

 संजय मिश्रा के बेटे मृत्युंजय मिश्रा का कहना है कि आज अपनी मां के साथ हम लोग डीएम से मिलकर प्रार्थना पत्र दिया है। बेटे का कहना है कि मेरे पिता को बंधक बना लिया गया है। हमारी सरकार और जिला प्रशासन से मांग है कि जल्द से जल्द पिता की वतन वापसी कराई जाय। वहां पर पिता को बंधक बनाया गया है। और पासपोर्ट भी छीन लिया गया है। सभी को एक कमरे में बंधक बनाया गया है। वहीं इथियोपिया में बंधक राज बहादुर चौबे की बेटी और पत्नी ने भी डीएम से मुलाकात कर न्याय की गुहार लगाई है। राज बहादुर चौबे की बेटी रूपाली चौबे का कहना है कि हमारे पिता को वहां पर बंधक बना लिया गया है। हमारी सरकार और जिले के डीएम से मांग है। कि जल्द से जल्द मेरे पिता को भारत लाया जाय। वहीं बंधक संदीप सिंह के पिता विजय प्रताप सिंह का कहना है कि सरकार और प्रशासन जल्द से जल्द मेरे बेटे का भारत लाए। हम लोग बहुत घबराए हुए हैं।

बताते चलें कि आजमगढ़ के यह लोग 9 मार्च 2022 को गाजियाबाद की प्रीत मशीनरी रोलिंग मशीन की ओर से इथियोपिया भेजे गए थे। थदास स्टील ने इनका वीजा बनवाया था। ये कहा था कि इथियोपिया में एक प्रोजेक्ट शुरू करना है। तीन महीने बाद इन चारों की भारत वापसी तय हुई थी। संजय मिश्रा इस कंपनी में बतौर रोलिंग फोरमैन और बाकी तीनों लोग फिटर पद पर तैनात हुए थे। पर पैसा मांगने पर इन सभी लोगों को बंधक बनाकर पासपोर्ट छीन लिया गया है।