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ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

Azamgarh: ठाकुर अमर ‌सिंह को दूसरी पुण्यतिथि पर दी गई श्रद्धांजलि


अपने कार्यो से अमर हैं ठाकुर अमर सिंहः पूर्व सांसद राधामोहन

आजमगढ़। चौरी बेलहा महाविद्यालय तरवां में साहस, संकल्प और संघर्षों के प्रतीक स्व. ठाकुर अमर सिंह की दूसरी पुण्यतिथि सोमवार को मनाई गई। इस अवसर पर लोगों ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धा-सुमन अर्पित किया। मुख्य अतिथि गाजीपुर के पूर्व सांसद राधामोहन सिंह कहा कि  अमर सिंह का व्यक्तित्व बहुत ही विशाल था, राजनीति कुशल नायक थे। चाहे सियासत का क्षेत्र रहा हो या फिर व्यापार का सभी क्षेत्रों में उन्होंने अपने कार्यों से इतिहास बनाया। सियासत में उनकी ताकत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है की देश में न्यूक्लियर डील रही हो या कांग्रेस की सरकार बचाने का मौका उन्होंने अपनी बौद्धिक और सियासी ताकत का एहसास सभी दलों से कराया था। अमर सिंह इस दुनिया में नहीं है, लेकिन वह अपने कार्यों से वास्तव में अमर हैं। 

चौरी बेलहा महाविद्यालय  के प्रबंधक व आयोजक प्रभाकर सिंह ने कहा कि उन्होंने अपने जीवन में अमर सिंह को अपना नेता और अभिभावक माना था। अभी उनको इस देश को बहुत सख्त जरूरत थी। उन्होंने कहा कि देश की सियासत का जब भी इतिहास लिखा जाएगा, अमर सिंह के बारे में लिखे बिना अधूरा होगा। इस मौके पर अखिलेश सिंह, प्रवीण सिंह, राम बचन सिंह, वीरभद्र प्रताप सिंह, आलोक सिंह, अवनीश सिंह, हीरण सिंह, अजय सिंह गुड्डू, सूर्यमणि सिंह, संदीप सिंह सोनू, हरिवंश मिश्रा डब्बू, मिथिलेश सिंह , रामानंद राजभर आदि उपस्थित थे। संचालन डा. संतोष कुमार सिंह व अध्यक्षता गदाईपुर के प्रधान दयाशंकर सिंह ने किया।