सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

खास खबर

ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

Azamgarh: क्रांति दिवस पर कांग्रेसियों ने निकाली तिरंगा यात्रा

 गांधी जी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर दी श्रद्धांजलि

आजमगढ़। आजादी के 75वीं  वर्षगांठ के उपलक्ष्य में क्रांति दिवस के अवसर पर कांग्रेसियों ने कांग्रेस अध्यक्ष रमेश राजभर के नेतृत्व में स्वतंत्रता संग्राम में शामिल महापुरुषों को याद करते हुए जुलूस निकाला। राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा को लेकर कुछ कांग्रेसी आगे-आगे चल रहे थे। महात्मा गांधी जी के प्रतिमा स्थल पर पहुंच कर कांग्रेसियों ने उन्हें  माल्यार्पण कर नमन किया। वहीं से 15 अगस्त तक चलने वाली भारत जोड़ों पदयात्रा का शुभारंभ किया। 


कार्यकारी अध्यक्ष रमेश राजभर ने पदयात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। पदयात्रा कुंवर सिंह उद्यान स्थित शहीद स्मारक पर पहुंची और शहीद स्मारक पर पुष्प अर्पित कर स्वतंत्रता संग्राम में शामिल महापुरुषों को याद किया और नमन किया। कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रमेश राजभर ने कहा कि अंग्रेजों भारत छोड़ो नारे के साथ महात्मा गांधी ने करो या मरो का जो नारा दिया उनके आह्वान पर देश के युवा क्रांतिकारियों ने बड़ी संख्या में देश की आजादी के लिए संघर्ष किया। तमाम आंदोलनकारी शहीद हुए। स्वतंत्रता संग्राम में शामिल महापुरुषों ने अंग्रेजों को भारत छोड़ने को मजबूर किया। जिला महासचिव अजीत कुमार राय ने कहा कि गांधी जी के आह्वान पर ग्वालिया टैंक मैदान से हजारों लोग एकत्र हुए और एक बड़ा जनांदोलन अंग्रेजों भारत छोड़ों नारे के साथ आरंभ हुआ। आंदोलन देश को आजाद कराने तक चलता रहा। आंदोलन के दौरान तमाम महापुरुषों की आज हम कांग्रेसियों स्वतंत्रता संग्राम में शामिल सभी महापुरुषों को याद कर उन्हें नमन कर रहे हैं। ओंकार पांडेय ने बताया कि मोहर्रम को देखते हुए आज की पदयात्रा को स्थगित कर दिया गया। सदर विधानसभा की स्थगित पदयात्रा पुनः 11 अगस्त 2022 पूर्व निर्धारित रास्ते से चलेगी। पदयात्रा में डा. लालती देवी, चंद्रपाल यादव, बेलाल अहमद, पूर्णमासी प्रजापति, मुन्नू यादव, जगदंबिका चतुर्वेदी एडवोकेट, अंसार अहमद, विवेक राय, तेजबहादुर यादव, राना खातून, सुरेंद्र सिंह, शाहिद खान, शीला भारती, मो. आमिर, अब्दुल हफीज खान, प्रमोद यादव, मूलचंद चौहान, शंभू शास्त्री, जयराम, फैसल खान आदि उपस्थित रहे।