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ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

Azamgarh: AIMIM की आड़ में खुद का तैयार कर रहा था आतंकी संगठन, खतरनाक था प्लान

आजमगढ़। यूपी एटीएस द्वारा आजमगढ़ से गिरफ्तार किया गया आतंकी सबाउद्दीन आजमी ओवैसी की पार्टी AIMIM से राजनीति की आड़ में अपना आतंकी संगठन खड़ा कर रहा था। साजिश सिर्फ स्वतंत्रता दिवस पर देश को दहलाने की नहीं थी बल्कि उनके निशाने पर कश्मीर और आरएसएस भी था। आतंकी अपनी मंसूबे को अंजाम देने के लिए IED भी बनाने की कोशिश में जुटा था। उसके कुछ और साथी अभी जिले में होने की संभावना है।

ISIS के आतंकी सबाउद्दीन के इरादे काफी खतरनाक थे। वह ओवैसी की पार्टी AIMIM की राजनीति के बहाने अपना आतंकी संगठन तैयार करने की कोशिश में जुटा था। इसके लिए वह युवाओं का ब्रेनवाश कर उन्हें अपने साथ जोड़ने की कोशिश तो कर रही रहा था साथ ही स्वतंत्रता दिवस पर देश में धमाकों के लिए IED बनाने की कोशिश में भी जुटा था। आतंकी सभासद का चुनाव भी लड़ चुका है। वह पार्टी के प्रचार के बहाने लोगों को गुमराह कर अपने मिशन के लिए तैयार कर रहा था। उसके इस खतरनाक इरादे के सामने आने के बाद हर कोई आवाक है और माना जा रहा है कि उसके और भी साथी जिले में हो सकते हैं। कारण कि पांच अगस्त को भी एटीएस मुबारकपुर पहुंची थी। एटीएस द्वारा आधा दर्जन लोगों को उठाने की चर्चा भी थी लेकिन जिले के अधिकारियों ने इस तरह की किसी भी जानकारी से इनकार कर दिया था।आतंकी सबाउद्दीन

गौर करें तो आजमगढ़ जिले का आतंकवाद से गहरा नाता रहा है। वर्ष 1993 में हुए बम धमाकों से लेकर देश के विभिन्न हिस्सों में हुई आतंकी वारदातों में आजमगढ़ का नाम आ चुका है। बटला एनकाउंटर में भी यहां के दो आतंकी मारे गए थे। अभी भी जिले के आधा दर्जन आतंकी फरार है। अब यूपी एटीएस ने मुबारकपुर थाना क्षेत्र के अमिलो वार्ड संख्या-9 महमूदपुरा से ISIS के आतंकी सबाउद्दीन आजमी को गिरफ्तार किया है। उसके पास ने एटीएस ने IED बनाने का सामान भी बरामद किया है। एटीएस के मुताबिक सबाउद्दीन के इरादे बहुत खतरनाक थे। वह कश्मीर में मुजाहिदों के साथ हो रही कार्रवाई से नाराज था और बदला लेना चाहता था। सबाउद्दीन ने स्वतंत्रता दिवस पर देश में बड़े धमाके का प्लान भी तैयार किया था जिसके लिए वह IED तैयार कर रहा था।

सूत्रों की माने तो सबाउद्दीन ने AIMIM सिर्फ इसलिए ज्वाइन किया था कि वह राजनीतिक दल में काम करते हुए भारत में भी ISIS जैसा एक बड़ा आतंकी संघटन तैयार कर सके। वह अपने वार्ड ने नगर पालिका सभासद का चुनाव भी लड़ा ताकि उसकी अधिक से अधिक लोगों तक पहुंच हो सके। वह युवाओं को बरगलाकर जेहाद के लिए तैयार करता था। सबाउद्दीन ISIS के रिक्रूटर से सीधे संपर्क में रहता था। यही नहीं व्हाट्सएप व टेलीग्राम से जिहादी विचारधारा को फैलाने की पूरी कोशिश कर रहा था।