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ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

Azamgarh: संकट गहराया, सरयू में छोड़ा गया 95 हजार क्यूसेक पानी

प्रतिकात्मक फोटो

गांगेपुर, उर्दिहां और बगहवा में कटान तेज

आजमगढ़। लखीमपुर के गिरजा, शारदा और सरयू बैराज से गुरुवार की रात 95 हजार 383 क्यूसेक पानी छोड़े जाने से चार दिन से लगातार घट रहा सरयू नदी का जलस्तर शुक्रवार को फिर से बढ़ने लगा। डिघिया नाला गेज पर खतरा निशान से मात्र 44 सेमी नीचे बह रही नदी ने गांगेपुर, उर्दिहा और बगहवा में कटान तेज कर दी है। दर्जनों गांवों की ओर पानी बढ़ने और कई संपर्क मार्गों के डूबने से आवागमन मुश्किल हो गया है। बांका और बूढ़नपट्टी के बीच बनी पुलिया पर फिर से पानी चढ़ने लगा है जिससे एक दर्जन गांवों के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि अगर नदी की रफ्तार ऐसे ही बढ़ती रही तो दो दिन में हालत बिगड़ जाएगी। नदी का जलस्तर फिर बढ़ने से तटवर्ती इलाके में बसे बगहवा, हाजीपुर, चक्की, शिवपुर, झगरहवा सहित दर्जनों गांवों के लोगों की चिंता बढ़ने लगी है। डिघिया नाला गेज पर गुरुवार को जलस्तर 69.71 मीटर था, जो 25 सेमी बढ़कर शुक्रवार को 69.96 मीटर हो गया। वहीं बदरहुआ नाले पर गुरुवार को 70.26 जलस्तर रिकार्ड किया गया था, जो शुक्रवार को 30 सेमी बढ़कर 70.56 मीटर पर पहुंच गया। पानी छोड़े जाने के बाद विभाग ने अभी दो दिन और जलस्तर में वृद्धि का अनुमान लगाया है।