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ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

Azamgarh: राष्ट्रीय लोक अदालत में 51288 मामलों का निस्तारण


आजमगढ़। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण दीवानी न्यायालय के तत्वावधान में व जनपद न्यायाधीश जितेंद्र कुमार सिंह के निर्देशन पर शनिवार को न्यायायल परिसर में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया।इस लोक अदालत में सुलह समझौते के आधार पर 51288 मुकदमों का निस्तारण किया गया। लगभग 50 विवाहित जोड़ों ने आपसी मतभेद भुलाकर पुनः साथ रहने का निर्णय लिया। इस दौरान जनपद न्यायाधीश जितेंद्र कुमार सिंह, प्रधान पारिवारिक न्यायाधीश अशोक कुमार सिंह, अपर पारिवारिक न्यायाधीश फारूल अत्री व शेर बहादुर निषाद ने हाल आफ जस्टिस में एक साथ हुए दंपत्तियों को शुभकानना देते हुए घर भेजा। जनपद न्यायाधीश व पारिवारिक न्यायाधीश ने सरस्वती प्रतिभा पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस दौरान जनपद न्यायाधीश ने कहा कि यह एक ऐसा माध्यम है इसमें किसी पक्ष की हार व जीत नहीं होती। सिविल मामलों में कोर्ट फीस भी संबंधित पक्ष को वापस कर दी जाती है।