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खास खबर

ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

Mau: सरयू नदी में युवक का शव मिलने पर दोहरीघाट थाने पर ग्रामीणों का प्रदर्शन

दो दिन बाद भी कार्रवाई न होने से नाराज थे ग्रामीण

मऊ। घोसी में सरयू नदी में दो दिन पूर्व एक शव मिला था। शव की शिनाख्त आधार कार्ड के आधार पर राजकुमार पुत्र जवाहिर उम्र 26 वर्ष के रूप में हुई थी। मृतक की मां दुलारी देवी ने हत्या की आशंका जताते हुए दोहरीघाट थाना में तहरीर दी थी। दो दिन बीतने के बाद भी पुलिस ने मामले में मुकदमा दर्ज नहीं किया। इसको लेकर बुधवार को आक्रोशित ग्रामीणों ने थाने का घेराव कर जमकर नारेबाजी की।

11 जून को दोहरीघाट थाना क्षेत्र के पतनई गांव के निकट सरयू नदी में एक युवक का शव मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गयी थी। सरयू नदी के किनारे दुर्गंध होने पर नदी किनारे गाय चरा रहे चरावाहों ने वहां जाकर देखा। पानी में शव रहने से सड़ चुका था। चारावाहो ने घटना की सूचना दोहरीघाट पुलिस को दी। पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से शव को नदी से बाहर निकलवाया। मृतक की जेब मे पड़े आधार कार्ड के से उसकी शिनाख्त घोसी थाना क्षेत्र चमरियाव निवासी राजकुमार पुत्र जवाहिर उम्र 26 वर्ष के रूप में की गयी। सूचना पर पहुंची मृतक की मां ने हत्या की आशंका जताते हुए 11 जून को ही लिखित तहरीर दोहरीघाट पुलिस को दी थी। लेकिन दो दिन बीतने के बाद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। इससे गुस्साए सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों महिला और पुरुषों ने दोहरीघाट थाना पहुंच धरना प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान दोहरीघाट पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग की। यह देख पुलिस की हाथ पांव फूलने लगे। प्रदर्शन की जानकारी होते ही काफी संख्या में पुलिस बल और पीएसी के जवानों ने मोर्चा संभाला। करीब दो घंटे तक धरना प्रदर्शन चला। काफी मशक्कत के बाद समझाने बुझाने के बाद धरना प्रदर्शन समाप्त हुआ। सीओ घोसी उमाशंकर उत्तम ने बताया कि पुलिस छानबीन कर रही है। जल्द ही मामले का खुलासा किया जाएगा।