सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

खास खबर

ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

Manpuri : जयमाल पर दुल्हे की दिव्यांगता पर दुल्हन ने शादी से किया इंकार

नौ घंटे में ही दुल्हे को मिल गई दुसरी दुल्हन, शादी रचा लौटा घर

मैनपुरी। जिले के भोगांव में एक दुल्‍हन ने ऐन जयमाल के दौरान दूल्‍हे के हाथ की विकलांगता देखकर शादी से इंकार कर दिया था। इसके बाद मायूस दूल्‍हा और बाराती वापस लौट गए थे लेेेकि‍न चंद घंटे बाद ही दूल्‍हे को नई दुल्‍हन मिल गई। जिसके साथ उसने सात फेरे लिए और फिर हंसी-खुशी विदाई करा घर लौटा।

मूल रूप से दिल्ली के सुल्तानपुरी निवासी विकास वर्मा पुत्र स्व. रजनीश कुमार वर्मा की शादी भोगांव के मिश्राना मोहल्ला निवासी युवती के साथ तय हुई थी। शनिवार की रात जयमाला की रस्म के दौरान हाथ की दिव्यांगता देखकर दुल्हन ने दूल्हे को जयमाला नहीं डाली और शादी करने से इंकार कर दिया। इसके बाद हुए विवाद में एक दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए थे। एक युवक की सोने की चैन भी तोड़ने का आरोप दुल्हन पक्ष पर लगा था। पुलिस ने दोनों पक्षों में समझौता कराया तो दूल्हा, दुल्हन के बिना कस्बा करहल निवासी अपने नाना के घर लौट आया। अब सवाल नई दुल्हन का शुरू हुआ तो नई दुल्हन की तलाश शुरू की गई। समाज के लोगों ने इटावा के सती मोहल्ला निवासी सुनीता पुत्री संतराम कश्यप से शादी की बात की तो सुनीता और अन्य परिजन शादी के लिए राजी हो गए। इसके बाद रविवार की रात विकास और सुनीता की शादी करा दी गई। 9 घंटे में ही विकास को दूसरी दुल्हन मिल गई तो उसकी और परिजनों की खुशी का ठिकाना न रहा। परिवार के लोग सादगी के बीच पहुंचे और इटावा से शादी करके दुल्हन को करहल ले आए। अब दूल्हे को अपनाने से इनकार करने वाली भोगांव की दुल्हन के लिए दूल्हे की तलाश शुरू हो गई है।