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ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

Lucknow: अब लखनऊ के बलरामपुर अस्‍पताल में भी होगा कैंसर का इलाज

हफ्ते में तीन दिन होगा ओपीडी का संचालन

लखनऊ (पू.सं.) संवाददाता। बलरामपुर अस्पताल में अब कैंसर मरीजों को भी इलाज मिल सकेगा। डाक्टर की सलाह से लेकर दवाएं और जांच तक मरीजों को सब कुछ मुफ्त में मिलेगी। इसके लिए सप्ताह में तीन दिन ओपीडी चलाई जाएगी। सीएमएस डा. जीपी गुप्ता ने बताया कि मौजूदा समय में यहां आने वाले मरीजों को डा. राम मनोहर लोहिया, किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी व एसजी पीजीआई रेफर कर दिया जाता है। ऐसे में मरीजों की परेशानी दूर करने के लिए अस्पताल प्रशासन ने अहम कदम उठाया है।

 इलाज के लिए अस्पताल में एमडी रेडियोथेरेपिस्ट डा. अभय सिंह द्वारा कैंसर मरीजों की पहचान और उन्हें इलाज मुहैया कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि मुंह, गला, स्तन, गर्भाश्य, पित्त की थैली, पैंक्रियाज, प्रोस्टेट समेत दूसरे अंगों के कैंसर से पीड़ितों को यहां पर इलाज मिल सकेगा। सप्ताह में तीन दिन कैंसर मरीजों की ओपीडी का संचालन होगा। सोमवार, मंगलवार और बुधवार को कैंसर रोग विभाग की ओपीडी कमरा नंबर 12 में संचालित की जाएगी। जनरल सर्जन डा. अमिताभ श्रीवास्तव और रेडियोलाजी विभाग के डा. एएम रिजवी मरीजों की जांच करेंगे। एचआरसीटी और मैमोग्राफी समेत दूसरी जांचे भी यहां पर होंगी। इसके अलावा यहां पर पैथोलॉजी की जांच और बायोप्सी की सुविधा भी होगी। सीएमएस डा. जीपी गुप्ता ने बताया कि कैंसर की पहचान के बाद मरीजों को कीमोथेरेपी समेत दूसरा इलाज मुहैया कराया जाएगा। रेडियोथेरेपी की जरूरत पर ही मरीजों को एसपीजीआई, डा. राम मनोहर लोहिया और किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी रेफर किया जाएगा।