सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

खास खबर

ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

Lucknow : सावन 14 से, इस बार 4 सोमवार, पहले ही दिन प्रीति योग

भगवान शिव की ऐसे करें अराधना पूरी होगी हर कामना

महादेव का प्रिय महीना सावन 

लखनऊ। हिन्दू कैलेंडर के मुताबिक, अभी आषाढ़ का महीना चल रहा है जो 13 जुलाई तक रहेगा। इसके बाद सावन का महीना शुरू हो जाएगा। जिसे भगवान शिव का महीना भी कहते हैं। आषाढ़ महीना के स्वामी भगवान विष्णु होते हैं। ऐसी माना जाता है कि इस महीने व्रत और उपवास करने से बीमारियां दूर होती हैं।इस बार सावन का महीना 14 जुलाई से शुरू हो रहा है जो 12 अगस्त तक रहेगा। 

हर दिन करें भगवान शिव की पूजा : इस बार सावन महीने की एक खास विशेषता है। इस सावन में भगवान शिव का व्रत रखने के लिए चार सोमवार का मौका मिलेगा। हिंदू ग्रंथों के मुताबिक, सावन का महीना भगवान शिव का महीना कहा जाता है। भगवान शिव को यह महीना बेहद ही प्रिय है। इस महीने उनका जलाभिषेक भी होता है। उनकी पूजा की जाती है। इस पूजा से लोगों की मनोकामनाएं भी पूर्ण होती हैं। ऐसा कहा जाता है कि इस महीने भगवान शिव की पूजा करने से विवाह संबंधित परेशानी दूर होती है। जानकारों का कहना है कि सावन के महीने में प्रतिदिन सूर्योदय से पहले स्नान करना चाहिए। इसके बाद साफ-सुथरे वस्त्र धारण कर मंदिरों में भगवान शिव को जल चढ़ाना चाहिए। वहीं भगवान शिव पर दूध चढ़ाकर व्रत का संकल्प लेना चाहिए।

पहले ही दिन दो शुभ संयोग बन रहे : इस बार सावन में बेहद शुभ संयाेग बन रहा है। चार सोमवारी के अलावा सावन महीने की शुरूआत के दिन विष्कुंभ और प्रीति योग बन रहे हैं। यह दोनों योग बेहद शुभ और फलदायी माने जाते हैं। इस योग में अगर कोई बच्चा पैदा होता है तो वह बहुत ही भागयशाली होता है। वह गुण्वान और संस्कारी होता है। 

ऐसे करें पूजन : सावन में हर दिन सुबह भगवान शिव की पूजा करनी चाहिए। भगवान शिव इससे प्रसन्न होते हैं। कहा जाता है कि भगवान शिव बहुत भोले होते हैं। बस भक्‍तों को उन पर पूर्ण विश्‍वास होना चाहिए। भगवान शिव अपने भक्‍तों की मनोकामना जरूर पूरी करते हैं। रोजाना मंदिर में शिवलिंग का अभिषेक करना चाहिए। मंदिर में भगवान शिव के सामने घी का दीपक जलाना चाहिए जो गाय का ही हो। दूध और गंगाजल से शिवलिंग का अभिषेक करना चाहिए। भगवान शिव को बिल्‍वपत्र, फल फूल और पंचामृत चढ़ाना चाहिए। अंत में भगवान शिव की आरती करना चाहिए।

इस दिन है सावन व्रत

18 जुलाई 2022 : सावन का पहला सोमवार

25 जुलाई 2022 : सावन का दूसरा सोमवार

01 अगस्‍त 2022 : सावन का तीसरा सोमवार

08 अगस्‍त 2022 : सावन का चौथा सोमवार