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ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

Azamgarh: वरिष्ठ छायाकार हरीश चौहान के निधन पर कांग्रेसियों में शोक



दो‌ मिनट का मौन रख दी श्रद्धांजलि, बोले मी‌डिया जगत को हुई क्षति

आजमगढ़। जिला कांग्रेस कार्यालय में मंगलवार को प्रवक्ता ओंकार पाण्डेय की अध्यक्षता में शोक सभा आयोजित कर वरिष्ठ प्रेस छायाकार हरीश चौहान के निधन पर दुख व्यक्त किया। दो मिनट का मौन रखा और भावभीनी श्रद्धांजलि दी। उनकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना किया। साथ ही शोक संतृप्त परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की।

कांग्रेस प्रवक्ता ओंकार पांडेय ने कहा कि हरीश चौहान जी काफी सहज और मिलनसार स्वभाव के व्यक्ति थे। अपने कार्य के प्रति इमानदारी और निष्पक्षता से 20 वर्षों से मीडिया जगत से जुड़े थे। मात्र 38 वर्ष की अल्प आयु में उनका निधन हो गया। उनके निधन से पत्रकारिता जगत को जो अपूर्णीय क्षति हुई उसे पूरा कर पाना संभव नहीं है। हम कांग्रेसजन उनकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना करते हैं और शोक संतृप्त परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते है। शोक सभा में रमेश राजभर, मनोज कुमार सिंह,  राम प्रताप यादव,  मुन्नू यादव, जगदंबिका चतुर्वेदी एडवोकेट, अंसार अहमद, शीला भारती, रियाज अहमद, राजदेव कन्नौजिया, शैलेंद्र सिंह, अरविंद जैसवार, शुभम राय, रविशंकर पांडेय, अंशुमाली राय, सुधाकर पाठक, किरन कुमारी, जितेंद्र कुमार, शंभू शास्त्री आदि उपस्थित रहे।