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ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

Azamgarh: प्रभारी जनपद न्यायाधीश ने किया विशेष लोक आदालत का शुभारंभ

लोक अदालत में आए 313 वाद, आठ का हुआ निस्तारण

आजमगढ़। आर्बिट्रेशन के वादों से संबंधित मामलों के निपटारे को लेकर आयोजित विशेष लोक अदालत का शुभारंभ प्रभारी जनपद न्यायाधीश बीडी भारती ने मां सरस्वती की प्रतिमा पर पुष्पार्चन एवं दीपार्चन कर किया।इस दौरान विशेष लोक अदालत में आए 313 वादों में से आठ आर्बिट्रेशन वादों का निस्तारण किया गया। सुश्री अनीता, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने बताया कि वादकारी अपने वादों से संबंधित न्यायालय में जाकर मुकदमें का निस्तारण कराए एवं इस विशेष लोक अदालत का लाभ उठाए।लोक अदालत में अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश न्यायालय संख्या एक  द्वारा तीन वादों का, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश न्यायालय संख्या तीन द्वारा एक वाद का, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश न्यायालय संख्या छह द्वारा एक वाद का, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश न्यायालय संख्या सात द्वारा तीन वादों का समझौते के आधार पर निस्तारण किया गया। इस प्रकार कुल 313 वादों में से आठ आर्बिट्रेशन वादों का निस्तारण किया गया। इस अवसर पर ओम प्रकाश वर्मा तृतीय, नोडल अधिकारी राष्ट्रीय लोक अदालत, रामानंद, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश, न्यायालय संख्या 06, अनिल कुमार वर्मा अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश न्यायालय संख्या 08, सौरभ सक्सेना अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश, न्यायालय संख्या -07 सहित सभी न्यायिक अधिकारीगण, फाईनेंस कंपनी के प्रबंधक, अधिवक्ता, वादकारी व कर्मचारी उपस्थित रहें।