सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

खास खबर

ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

Azamgarh: बदमाशों के हमले में घायल युवक की इलाज के दौरान सातवें दिन मौत

चार दिन पूर्व होश आने पर पुलिस ने लिया था बयान
हमलावरों पर कार्रवाई न होने से परिजनों में रोष
युवक की मौत से प‌रिजनों में कोहराम

आजमगढ़। एक सप्ताह पूर्व अहरौला थाना के करनपुर गांव निवासी युवक को शाहपुर के पास बदमाशों ने मारपीटकर घायल कर दिया था। घायल युवक का अस्पताल में उपचार के दौरान गुरूवार की शाम को निधन हो गया। युवक की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया। परिजनों का आरोप है कि चार दिन पूर्व पुलिस ने गौरव से होश आने पर बयान लिया था। लेकिन अभी भी बदमाशों के खिलाफ पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है। 

बताते चलें कि बीते 15 जुलाई की रात साढ़े आठ बजे शाहपुर से साईकिल से घर जाते समय पीछा कर रहे बाइक सवार तीन बदमाशों ने गौरव पर पीछे से हाकी व राड से जानलेवा हमला कर दिया था। हमले में गौरव गंभीर रूप से घायल हो गया था। स्थानीय लोगों की मदद से गौरव को अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां गुरूवार की शाम को उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। परिजनों ने बताया कि चार दिन पहले गौरव को कुछ होश आया था, तो पुलिस ने बयान दर्ज किया। लेकिन पुलिस द्वारा कार्रवाई नहीं की गई। आरोपी खुलेआम घूम रहे थे। बेटे की मौत से परिवार में कोहराम मचा है। मृतक दो भाइयों में दूसरे नंबर का था। परिवार के भरण-पोषण के लिए एक दुकान पर नौकरी करता था। गौवर की मौत से परिजनों पर मुसीबत का पहाड़ टूट पड़ा है। थानाध्यक्ष अहरौला राजेंद्र प्रसाद सिंह ने बताया कि घटना की जानकारी मिली है, पहले अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था, बयान के बाद मिली जानकारी के अनुसार कार्रवाई कि जा रहीं है।