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ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

Azamgarh: शादी की सालगिरह के जश्न के दौरान हादसे में घायल एक और युवक की मौत

तहबरपुर थाना क्षेत्र के इसरापार खास में दुर्घटना स्थल की फाइल फोटो।

बीते 20 जून को हुई घटना में तीन की पहले ही हो चुकी है मौत

कई घायलों का अब भी चल रहा है अस्पताल में उपचार

आजमगढ़। तहबरपुर के इसरपार गांव में 20 जून की रात शादी की सालगिरह पार्टी के दौरान अनियंत्रित पिकअप ने रौंद दिया था। हादसे में तीन की मौत हो गई थी तो वहीं चार अन्य घायल हो गए थे। ‌चार घायलों में एक और युवक ने रविवार की शाम उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। बताते चलें कि तहबरपुर थाना इलाके के इसरपार खास गांव निवासी रामसमुझ (55) पुत्र पलटन के घर 20 जून की रात पुत्र पिंटू के शादी की सालगिरह में गांव के लोगों के साथ जश्न मना रहे थे। इस दौरान घर के बाहर खड़े लोगों को अनियंत्रित पिकअप ने रौंद दिया। इस हादसे में रामसमुझ के अलावा हरिराम (55) पुत्र मिट्ठन, अंगद (22) पुत्र हरिराम, अर्जुन (18) पुत्र शंकर, वंदना (15) पुत्री अच्छेलाल, चांदनी (16) व भूमि 8 पुत्री संजय घायल हो गए थे। घटना से गांव में कोहराम मच गया था। आनन-फानन सभी घायलों को जिला अस्पताल लाया गया। जहां डॉक्टरों ने हरिराम, अंगद और रामसमुझ को मृत घोषित कर दिया। वहीं अर्जुन, वंदना और भूमि को इलाज के लिए भर्ती कर लिया गया। बाद में अर्जुन की हालत गंभीर होने के कारण प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया। रविवार देर शाम साढ़े आठ बजे उसने भी दम तोड़ दिया। अर्जुन के छह भाई और एक बहन बताए गए हैं। घटना की सूचना घर पहुंचते ही परिजनों में कोहराम मच गया।