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ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

Azamgarh: बारिश के लिए चिलचिलाती धूप में पढ़ी नमाज


सूखे की आशंका से लोग घबराए लोग

अदा की विशेष नमाज, मांगी गुनाहों की माफी

आजमगढ़। जिले में सूखा पड़ने के आसार दिख रहे हैं। ऐसे में बिलरियागंज कस्बा स्थित जामियाअतुल फलाह के मैदान में मुसलमानों शनिवार की दोपहर मुस्लिम समाज के लोगों ने चिलचिलाती धूप में सैकड़ों की संख्या में बारिश के लिए नमाज पढ़ी। मौलाना ने बताया कि कुदरत को खुश करने के लिए नमाज पढ़ी गई है। जिसमें बारिश के लिए दुआ मांगी गई है। जिले में नहरें-पोखरे और तालाब सब सूख चुके हैं। इस कारण जल संकट नजर आने लगा है। जिसको देख कर किसानों सहित आम आदमी घबराया हुआ है। अपने-अपने हिसाब से कुदरत को खुश करने की कोशिश में लगा है। सैकड़ों की संख्या में लोगों ने नमाज पढ़ते हुए अच्छी बारिश के लिए दुआ की। इस दौरान गुनाहों से माफी मांगने के साथ ही जल्द बरसात होने की दुआ भी मांगी गई। आषाढ़ के सूखा रहने और सावन में भी अब तक बारिश के आसार न दिखने से लोगों की चिंता बढ़ती जा रही है। आजमगढ़ जिला जो खेती किसानी पर आधारित है। वहां बारिश के नाम पर अभी तक सिर्फ बूंदा-बंदी ही हुई है। एक पखवारे से आजमगढ़ जिले में बादलों की लुकाछिपी का खेल तो चल रहा है लेकिन बरसात नहीं हो रही है। इस कारण फसलें सूखने लगी हैं तो वहीं धान की रोपाई अब तक नहीं हो सकी है। देश के कई हिस्सों में लोग बरसात से बेहाल हो चुके हैं तो वहीं आजमगढ़ में आसमान से आग बरस रही है।