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ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

Azamgarh: माफिया कुंटू सिंह के सहयोगी प्रदीप की 1.20 करोड़ की संपत्ति कुर्क


गांव में पुलिस ने पिटवाया डुगडुगी

आजमगढ़। माफिया मुख्तार अंसारी के बाद सोमवार को कुख्यात अपराधी ध्रुव कुमार सिंह उर्फ कुंटू सिंह के सहयोगी प्रदीप सिंह कबूतरा की 1.20 करोड़ की संपत्ति को कुर्क कर लिया गया। पुलिस और प्रशासन की संयुक्त टीम ने तरवां थाना क्षेत्र के कबूतरा स्थित कॉलेज व प्रदीप के मकान को जब्त कर लिया।  

 प्रदेश स्तर पर चिन्हित आपराधिक माफिया ध्रुव सिंह उर्फ कुंटू सिंह गैंग के सहयोगी अपराधी प्रदीप सिंह द्वारा अपराध जगत से अर्जित अवैध धन से क्रय किएग मकान व महाविद्यालय की संपत्ति कुर्क सोमवार को कुर्क कर दिया। जिसकी कुल ‌कीमत लगभग 1.20 करोड़ रूपये बताई जा रही है। बता दें कि प्रदीप के खिलाफ लखनऊ के गोमती नगर सहित जिले के विभिन्न थानों में 19 अपराधिक मामले दर्ज हैं। पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने प्रभारी थानाध्यक्ष तरवां अनिल सिंह की आख्या पर प्रदीप सिंह निवासी कबूतरा के अपराध से अर्जित धन से क्रय किए गए मकान व महाविद्यालय के जब्तीकरण की कार्रवाई की रिपोर्ट जिलाधिकारी को प्रेषित की थी। आरोप था कि प्रदीप सिंह अपराध से अर्जित संपत्ति से पक्का मकान एवं विश्वनाथ सिंह स्मारक महाविद्यालय बना लिया है। इस महाविद्यालय का संचालन भाई विनोद सिंह करते हैं। वह इंटर कालेज के अध्यापक से सेवानिवृत्त हो चुके हैं। इतने बड़े महाविद्यालय के निर्माण के लिए अध्यापक की आय का स्रोत पर्याप्त नहीं है। प्रदीप सिंह द्वारा अपराध जगत से अर्जित संपत्ति को छिपाने के लिए महाविद्यालय का निर्माण कर अपने भाई के नाम से महाविद्यालय की मान्यता लेकर संचालन कराया जा रहा है। इसमें कबूतरा गांव में आबादी की भूमि में निर्मित पक्का मकान की कीमत 15,33,551 एवं विश्वनाथ सिंह स्मारक महाविद्यालय का मूल्य 1,04,81,452 रुपये है। पुलिस का कहना है कि प्रदीप सिंह आपराधिक मानसिकता का व्यक्ति है। प्रदेश स्तर पर चिह्नित माफिया ध्रुव सिंह कुंटू का सहयोगी तथा थाना तरवां का हिस्ट्रीशीटर है। वर्ष 2005 से 2021 तक कुल 19 अपराध जनपद के विभिन्न थानों व लखनऊ के गोमतीनगर में पंजीकृत हैं। 17 जून को जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज ने तहसीलदार मेंहनगर एवं थानाध्यक्ष तरवां को संपत्ति कुर्क करने आदेश दिया था।