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ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

Azamgarh: एक राष्ट्र व एक ध्वज के लिए जीवन पर्यंत मुखर्जी ने किया संघर्षः गौरव सिंह

 

पौधे लगाकर मनाया श्यामा प्रसाद मुखर्जी का बलिदान दिवस 

माहुल। नगर पंचायत माहुल स्थित श्री रामलीला मैदान में गुरुवार को मंडल अध्यक्ष गौरव सिंह की अध्यक्षता में श्यामाप्रसाद मुखर्जी का बलिदान दिवस मनाया गया। इस दौरान श्यामा प्रसाद मुखर्जी के चित्र पर पुष्प अर्पित करने के भाजपाइयों ने बरगद, पाकड़, आम सहित कुल 25पौधे लगाए।

 गौरव सिंह ने मुखर्जी जी के जीवन पर प्रकाश डालत हुए कहा की श्यामाप्रसाद मुखर्जी जी जनसंघ के संस्थापक के साथ ही साथ राष्ट्र और राष्ट्रीयता के अद्भुत मिसाल थे। उन्होंने एक राष्ट्र और एक ध्वज के लिए जीवन पर्यंत लड़ते रहे। आज हम जो भी हैं उन्ही की देन है। भाजपा पिछड़ा मोर्चा के जिलाउपाध्यक्ष सुजीत जायसवाल आंशु ने कहा कि इस अवसर पर पौधरोपण ही उनके लिए सच्ची श्रद्धांजलि है। क्योंकि जिंदा रहने के पर्यावरण को संतुलित रखना जरूरी है। इसलिए सभी लोगों को अधिक से अधिक पौधरोपण कर आने वाली संतति की चिंता करनी चाहिए। श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने अपनी चिंता न करते हुए देश के लिए बलिदान हो गए। उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व से हमें सीख लेना चाहिए। इस अवसर पर सुजीत कुमार जायसवाल आंसू, हरिकेश गुप्ता, धरणीधर पांडेय, रजनीश पांडेय, अभिषेक गुप्ता राजन, अजय श्रीवास्तव, राणा शर्मा, महंगू प्रजापति आदि मौजूद रहे।