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खास खबर

ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

Azamgarh: उदयपुर कांड को लेकर महाराणा प्रताप सेना सड़क पर

इस्लामिक कट्टरता और आतंकवाद का फूंका प्रतिकात्मक पुतला

आजमगढ़। उदयपुर में हुई कन्हैया लाल की नृशंस हत्या के विरोध में महाराणा प्रताप सेना के सेना प्रमुख बिजेन्द्र सिंह के अगुवाई में गुरूवार को इस्लामिक कट्टरता, आंतकवाद का प्रतीकात्मक पुतला फूंककर निरकुंश राजस्थान सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी किया गया। 

महाराणा प्रताप सेना प्रमुख बिजेन्द्र सिंह ने कहाकि देश के कई प्रांतों में इस्लामिक कट्टरता को बढ़ावा देने का काम किया जा रहा है, दुर्भाग्य है कि यह काम सरकार विशेष द्वारा छूट प्रदान कर किया जा रहा है। जिसके कारण आराजक तत्वों का हौसला बुंलद है और उनके द्वारा सुनियोजित घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है। इसी के चलते वर्ग विशेष से संबंध रखने वाले दो युवाओं द्वारा कन्हैया लाल की दिनदहाड़े हत्या कर दी गईं। इन दोनों को फांसी की सजा दी जाए ताकि ऐसी जघन्य घटना को अंजाम देने वाले या ऐसी मानसिकता रखने वाले लोगों के लिए यह नजीर बन सकें। विजेंद्र सिंह ने कहा कि राजस्थान सरकार द्वारा पूरे मामले में जब आवश्यक कार्यवाही नहीं की गई तो केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को राजस्थान के उदयपुर में कन्हैया लाल तेली की नृशंस हत्या की जांच अपने हाथ में लेने का निर्देश दिया। किसी भी संगठन और अंतरराष्ट्रीय संबंधों की संलिप्तता की गहन जांच की जाएगी।  प्रदेश प्रभारी अनिल सिंह ने सरकार से मांग किया कि ऐसे मानसिकता वालों को अब चिन्हित करने का समय आ गया है, उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाए। इसके साथ ही महाराणा प्रताप सेना के प्रमुख ने मृतक के आश्रितों को एक करोड़ रूपया मुआवजा व परिवार के किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी व हत्यारों को अविलम्ब फांसी की सजा दिए जाने की मांग किया है। इस अवसर पर अनिल कुमार सिंह, राजेश सिंह, दिनेश सिंह, सुरेन्द्र कुमार यादव, नरेन्द्र सिंह, शिवम सिंह, संजय सिंह, जवाहर सिंह, पवन नाथ चौहान, सुरेश सिंह, चन्द्रभान सिंह, संजीव सिंह, राजीव रंजन सिंह, दीनानाथ सिंह, अरूण सिंह साधु, अमन सिंह, भाला सिंह, महेन्द्र सिंह, मनोज सिह, जय सिंह, अजय सिंह, दिनेश खंडेलिया, अमित गुप्ता, दीपांकर सिंह सहित भारी संख्या सेना सदस्य मौजूद रहे।