15 लोगों को जारी किया कारण बताओं नोटिस
डीएम और एसपी ने मुबारकपुर थाने में की बैठक
आजमग़ढ़।
प्रदेश में आए दिन हो रहे बवाल और दंगों से निपटने के लिए प्रशासन ने कमर
कस ली है। इस क्रम में बुधवार को जिले के मुबारकपुर क्षेत्र में पुलिस ने
ड्रोन से निरीक्षण के बाद लोगों के घरों की छत पर रखे ईंट आदि को हटवाया।
साथ ही 15 लोगों के कारण बताओं नोटिस जारी की। वहीं डीएम और एसपी ने
मुबारकपुर थाना परिसर में बैठक कर समीक्षा बैठक कर दिशा-निर्देशों का पालन
करते हुए शांति व्यवस्था कायम रखने का निर्देश दिया। मुबारकपुर थाने की पुलिस ने रात को ही ड्रोन कैमरे से
मुबारकपुर के मदरसों सहित घरों को चिन्हित करते हुए थानाध्यक्ष योगेंद्र
बहादुर सिंह,चौकी प्रभारी राजीव सिंह ने बुधवार को पैरामिलेट्री फोर्स व
सुरक्षा बलों के जवानों के साथ मोहल्ला पुरासोफी, पुरा दुल्हन स्थित हुसैनी
मस्जिद, बाबुलईल्म सहित दर्जनों लोगों के निजी घरों और छतों पर रखे ईंटों
को हटवाने के साथ ही 15 लोगों को कारण बताओ नोटिस जारी कर जानकारी मांगी है
कि यह ईंट पत्थर किस उद्देश्य से रखा गया है। थानाध्यक्ष योगेंद्र बहादुर
सिंह ने साफ़ शब्दों में कहा कि अगर आपके द्वारा सन्तोष जनक उत्तर नहीं
मिला तो आप पर कार्यवाही होने से कोई रोक नहीं सकता। इस संबंध में
थानाध्यक्ष योगेंद्र सिंह ने बताया कि प्रदेश में चल रहे सांप्रदायिक
अस्थिरता के दृष्टिगत देखते बुधवार को मुबारकपुर के विभिन्न मदरसों सहित
आसपास के घरों से ईट व पत्थर हटवाए गए। ताकि भविष्य में किसी प्रकार की
अनहोनी को टालकर माहौल नियंत्रण में रखा जा सके। मस्जिद व मदरसों के आसपास
की गलियों से भी ईंट-पत्थर हटाए जा रहे हैं। इसके साथ ही क्षेत्र के उलमाओं
से भी बातचीत करके क्षेत्र में शांति व सौहार्द, भाईचारा बनाए रखने की
अपील किया जा रहा है।
मदरसों में पढने वाले छात्रों की पुलिस खंगाल रही कुंडली
आजमगढ़। मुबारकपुर कस्बे के मदरसों में पढने वाले छात्रों की कुंडली
खंगालने के लिए अब पुलिस ने अपना काम शुरू कर दिया है। इस सम्बंध में
थानाध्यक्ष द्वारा बताया गया की कुल छह मदरसों के छात्रावासों जिनमें दस
हजार छात्र वर्तमान में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। क्षेत्र के बाहरी
शिक्षकों सहित ग्यारह हजार पंजीकृत छात्रों की भी सूची खंगाली जा रही है।
जिससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि कहां और किस प्रदेश के छात्र यहां पर
रहकर शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। उनकी गतिविधियों को फेसबुक, ट्वीटर,
व्हाट्सएप ग्रुप, चैटिंग को सर्विलांस सेल के माध्यम से जानकारी जुटाने का
कार्य किया जा रहा है।