सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

खास खबर

ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

Azamgarh: पत्थर उखाड़ने को लेकर दो पक्षों में हिंसक झड़प

टांगी मारकर महिला की हत्या, छह घायल

आजमगढ़। जिले के छींही गांव में पक्की पैमाइश के बाद लगे पत्थर को उखाड़ने को लेकर मंगलवार रात दो पक्षों में हिंसक झड़प हो गई। इस दौरान एक पक्ष ने लाठी-डंडा और टांगी से दूसरे पक्ष पर हमला कर दिया। जिसमें एक महिला की जहां मौके पर ही मौत हो गई तो वहीं छह लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के बाद से गांव में तनावपूर्ण शांति है। फोर्स तैनात है।  

  बिलरियागंज थाना क्षेत्र के छींही गांव में पक्की पैमाइश के बाद लगे पत्थर को उखाड़ने को लेकर मंगलवार की रात दो पक्षों में जम कर मारपीट हो गई। इस दौरान एक पक्ष ने लाठी-डंडा व टांगी से दूसरे पक्ष पर हमला कर दिया। जिसमें एक महिला की जहां मौके पर ही मौत हो गई तो वहीं आधा दर्जन भर लोग घायल हो गए। घटना के बाबत 10 लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा पंजीकृत कराया गया है।

तीन माह पूर्व छींही गांव में राजस्व निरीक्षक राजेंद्र चौहान ने पक्की पैमाइश के आदेश के क्रम में मौके पर पहुंच कर पत्थर पुलिस की मौजूदगी में गड़वाया था। जिसे लेकर दो पक्षों के बीच तनाव था। मंगलवार की रात एक पक्ष के लोग पत्थर को उखाड़ने लगे। इसकी जानकारी जब दूसरे पक्ष को हुई तो दूसरे पक्ष के सिद्धार्थ व दिलावर मौके पर पहुंचे और विपक्षियों के कवायद का विरोध किया। इस दौरान रीना कुमारी (36) पत्नी राजेंद्र भी मौके पर पहुंच गई। विपक्षियों ने उस पर लाठी-डंडा व टांगी से हमला कर दिया। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इसके अलावा राधेश्याम जैसवार (36), राजेंद्र (38), बाल किशन (27), सिद्धार्थ (21), मंजू (30), हरेंद्र प्रसाद (52), दिलावर (27) घायल हो गए। सभी घायलों को जिला अस्पताल भेज कर भर्ती कराया गया है। मृतका के पति राजेंद्र अध्यापक है और अभी 15 दिन पूर्व ही वह पति के साथ घर पर आयोजित वैवाहिक समारोह में शामिल होने के लिए आयी थी। मृतका दो पुत्र व दो पुत्रियों की मां थी। घटना से परिजनों में कोहराम मच गया है। वहीं राजेंद्र की तहरीर पर पुलिस ने 10 के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर लिया है। एसओ बिलरियागंज विजय प्रकाश ने बताया कि नामजद आरोपियों की तलाश में पुलिस दबिश दे रही है।