सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

खास खबर

ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

इंदौर: मां ने 15 दिन के मासूम को साढ़े 5 लाख में बेचा


बच्चे को बेचकर मिली रकम से खरीदा टीवी-फ्रिज, 6 गिरफ्तार
इंदौर। अपने ही 15 दिन के कलेजे को टुकड़े को साढ़े 5 लाख रुपये में बेचने वाली महिला को इंदौर पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार कर लिया. मामला हीरा नगर थाना क्षेत्र का है।
सौदा आरोपी महिला शायना बी ने अपने पति अंतर सिंह की रजामंदी से किया था।वह लिव-इन में रह रही थी. नवजात को साढ़े पांच लाख रुपये में देवास के एक दंपति को बेचा गया था. सबको कमीशन मिलने के बाद बच्चे के माता-पिता को आधे पैसे मिले थे। उन्होंने इन पैसों से मोटरसाइकिल, टीवी, बाइक, वॉशिंग मशीन, कूलर और अन्‍य सामान खरीद लिया था।चौंकाने वाली बात यह रही कि दंपति ने जन्म लेने से पहले ही अपने होने वाले बच्चे का सौदा कर दिया था. दोनों ने दलाल लोगों की मदद से बच्चा साढ़े पांच लाख रुपये में बेचना तय किया था. लोगों में कमीशन बंटा और पति-पत्नी को लगभग आधे रुपये मिले। इस केस में कुल 8 आरोपी हैं जिनमें दो आरोपियों को पुलिस पकड़ नहीं पाई है. टीआई सतीश पटेल ने बताया कि पुलिस ने सारा सामान जब्‍त कर लिया है.
पुलिस अधिकारी सतीश पटेल ने बताया कि केस के बारे में सामाजिक कार्यकर्ताओं के माध्‍यम से जानकारी मिली थी. दीपक की शिकायत पर केस दर्ज किया गया. पुलिस को आरोपी मां शायना बी ने बताया कि मेरे पेट में पल रहे बच्‍चे को लेकर उसके पति को शक था. ऐसे में पति ने उससे गर्भपात कराने को कहा था, लेकिन तब तक काफी समय निकल गया था और उसने बच्‍चे को जन्‍म दिया. इधर उसने मकान मालकिन नेहा सूर्यवंशी से बात की और कहा था कि बच्‍चे को बेच सकते हैं. इसके बाद, अलग-अलग दलालों के माध्‍यम से बच्‍चे को देवास के दंपति को बेचा गया। पुलिस ने बताया कि इस मामले में एक नाबालिग समेत 8 लोगों को आरोपी बनाया गया है, जिसमें बेचने और खरीदने वाले शामिल हैं. पुलिस ने बताया कि 6 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है और दो लोग फरार हैं. इधर बच्‍चे को खरीदने वाली लीना का कहना है कि हाल ही में उसके दो बच्‍चों की मौत हो गई थी. उसे जुड़वां बच्‍चे थे, लेकिन दोनों की मौत हो जाने से लीना बच्‍चे के लिए तरस रही थी. उसने साढ़े 5 लाख रुपये में बच्‍चा खरीदा और बीते दो महीनों से वह इस बच्‍चे को पाल रही थी. पुलिस ने आरोपी मां शायना बी, अंतर सिंह, पूजा वर्मा, नेहा वर्मा, नीलम वर्मा, नेहा सूर्यवंशी, लीना और एक नाबालिग पर केस दर्ज किया है।