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ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

Azamgarh: संदिग्ध परिस्थितियों में युवक की मौत

शराब पीकर सोने के बाद नहीं उठा युवक

आजमगढ़। अहरौला थाना  के निजामपुर में बुधवार को संदिग्ध परिस्थितियों में एक 28 वर्षीय युवक की मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने जांच पड़ताल के बाद पंचनामा बनाकर शव परिजनों को अंतिम संस्कार के लिए सौंप दिया।

 निजामपुर निवासी मृतक अर्जुन अग्रहरी (28) पुत्र लालजीत पांच भाइयों में सबसे बड़ा था। मुंबई में फेरी लगा कर फल आदि बेचता था। मृतक की मां सुनीता देवी ने बताया कि वह मंगलवार की दोपहर मुंबई से लौटा था। नहाने के बाद घर के पास स्थित देशी शराब के ठेके पर गया। वहां शराब पीने के बाद तीन चार शीशी शराब लेकर घर आया। रात में खाना खाने के बाद उसे उल्टी और दस्त शुरू हो गई तो उसे दवा आदि दिलाई गई। जिसके बाद वह सो गया, सुबह जब उठे तो वह मृत मिला। परिवार के लोग अंतिम संस्कार के लिए अर्जुन के शव को लेकर मंजुसा नदी स्थित निजामपुर के घाट ले जा रहे थे। किसी ने इसकी सूचना पुलिस को दे दी। मौके पर पहुंचे अहरौला थाने के प्रभारी सब इंस्पेक्टर यशवंत सिंह को देख अंतिम संस्कार के लिए शव को ले जा रहे लोग उसे छोड़ कर भाग गए। पुलिस ने जांच पड़ताल के बाद पंचनामा बनवाकर शव परिजनों को अंतिम संस्कार के ‌लिए सौंप दिया। मृतक अर्जुन पांच भाइयों में सबसे बड़ा था। इससे पहले उसकी दो शादियां हुई थी और दोनो औरते उसे छोड़ कर चली गई। उसके बाद से ही वह काफी अवसाद में रहता था। थाने के प्रभारी एसआई एसआई यशवंत सिंह का कहना है कि पंचनामा बनवा परिजनों को शव दे दिया गया है। इस संबंध में किसी की ओर से कोई तहरीर नहीं मिली है।