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ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

Lucknow: यूपी टीईटी 2021 का आठ को घोषित होगा परिणाम


कल जारी होगी संशोधित उत्तरमाला

लखनऊ। उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपीटीईटी 2021) 28 नवंबर 2021 को आयोजित की गई थी। लेकिन पेपर आउट होने की वजह से परीक्षा रद्द कर दी गई थी। इसके चलते सरकार की बहुत किरकिरी हुई। उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा 2021 के परिणाम का इंतजार कर रहे अभ्यर्थियों के लिए राहत की खबर यह है कि गुरूवार को संशोधित उत्तरमाला जारी होगा और शुक्रवार को परिणाम घोषित कर दिया जाएगा। बता दें कि फरवरी के अंतिम सप्ताह में परीक्षा परिणाम जारी होना था, लेकिन आचार संहिता के चलते सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने शासन से इस बाबत मंजूरी मांगी थी। इसके चलते मामला लटक गया और परिणाम जारी नहीं हो सका था। अब नई सरकार के गठन के बाद शासन ने सचिव पीएनपी को परिणाम जारी करने का निर्देश दिया है। उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपीटीईटी 2021) 28 नवंबर 2021 को आयोजित की गयी थी। लेकिन पेपर आउट होने की वजह से परीक्षा रद्द कर दी गई थी। इसके चलते सरकार की बहुत किरकिरी हुई। सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी समेत कई लोगों को इस मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। इसके बाद नए सचिव की नियुक्ति की गई।