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ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा

 ई-रिक्शा चालकों की मनमानी, क्षमता से अधिक बैठा रहे सवारी, हादसे का बढ़ा खतरा रानी की सराय। सुगम यातायात में बाधक बन रहे ई-रिक्शा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बनने लगे हैं। क्षमता से अधिक सवारी बैठा तेज रफ्तार से चल रहे हैं। आए दिन ई-रिक्शा के पलटने पर यात्रियों के घायल होने की घटनाएं हो रही हैं। लेकिन पुलिस और यातायात विभाग पर इन पर कार्रवाई को लेकर उदासीन बना है।   शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में ई-रिक्शा का संचालन होता है। नियमों को धता बताते हुए अधिकांश ई-रिक्शा क्षमता से अधिक यात्रियों को ढो रहे हैं।  रानी की सराय में यातायात नियमों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है। कस्बा में  एक ई-रिक्शा चालक ने सीमा से अधिक सवारियां बैठाई। जिसमें लगभग 11 सवारियां अंदर बैठी हैं।   ई-रिक्शा चालकों द्वारा नियमों की अवहेलना से सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ रहा है। ई-रिक्शा चालक क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने बताया कि चालक रिक्शा की छत पर भी यात्रियों को बैठा रहे हैं। यह कार्य न केवल कानून के विरुद्ध है, बल्कि यात्रियों की जान को भ...

Azamgarh: बहुआयामी प्रतिभा के धनी थे राहुल सांकृत्यायन

राहुल जी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर दी श्रद्धांजलि

आजमगढ़। महापंडित राहुल सांकृत्यायन की जयंती पर राहुल सांकृत्यायन स्मृति केन्द्र के तत्वावधान में विविध कार्यक्रम आयोजित किये गये। प्रारंभ में कलेक्ट्रेट स्थित राहुल जी के प्रतिमा पर लोगों ने माल्यार्पण कर पदयात्रा निकाली। इसके बाद मड़या में विचार गोष्ठी आयोजित हुई। गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए समिति के महामंत्री प्रभुनारायण पांडेय प्रेमी ने कहाकि राहुल जी बहुआयामी प्रतिभा के धनी थे। वे महान स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी थे तथा उन्होने अपने कलम के माध्यम से किसानों, गरीबों, असहायों व अछूतों के लिए आवाज उठाई व समाज में व्याप्त आडम्बर का विरोध किया। वे 36 भाषाओं के प्रकाण्ड विद्वान थे।पंडित अमरनाथ तिवारी ने बताया कि उनका जन्म 1893 में आजमगढ़ के पंदहा उनके ननिहाल में हुआ। उनका पैतृक गांव कनैला एवं बचपन का नाम केदार नाथ पांडेय था। स्मृति केन्द्र 40 वर्षों से जयंती समारोह का आयोजन कर रहा है एवं नगर में दो मूर्तियां को स्थापित कराया। इस मौके पर पंडित सुभाष चन्द्र तिवारी कुन्दन, साहित्यकार संजय कुमार पांडेय, निशीथ रंजन तिवारी, भोला त्रिपाठी, संजय पुजारी, मनोज पांडेय, प्रदीप यादव, राजेश्वर सिंह, रवि जायसवाल, सुरेश सोनकर आदि उपस्थित रहे।